तो दोस्तों आज हम लोग बात करेंगे सुपर ओवर के बारे में की Super Over क्या है और Super Over कब होता है क्रिकेट में Super Over के क्या-क्या नियम है आज हम लोग इसी के बारे में बात करेंगे तो चलिए जानते हैं? Super Over क्या है सुपर ओवर कब होता है?
Super Over
तो दोस्तों जैसा कि आप से भी जानते हैं कि हमारे देश में वैसे तो बहुत से खेल खेले जाते हैं लेकिन हमारे देश में सबसे ज्यादा पसंदीदा और सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेल क्रिकेट हैं. हमारे भारत देश में क्रिकेट सबसे अधिक ज्यादा देखे जाने वाला खेल है. अधिकतर सभी भारतीय क्रिकेट खेल को देखना पसंद करते हैं यहां तक कि देश के छोटे एवं बड़े बच्चे भी क्रिकेट को देखना पसंद करते हैं. तो दोस्तों क्या आपको भी क्रिकेट देखना पसंद है तो आप भी क्रिकेट के बहुत से नियम जानते ही होंगे. जैसे कि आप सभी जानते हैं क्रिकेट बहुत से फॉर्मेट में खेला जाने वाला खेल है. तो फिर आपने भी कभी ना कभी वनडे या 20 में सुपर ओवर के बारे में सुना ही होगा, तो अब हम लोग बात करेंगे सुपर ओवर क्या है?
सुपर ओवर क्या है
तो दोस्तों आप सभी यह जानते होंगे कि जब भी क्रिकेट में वनडे या फिर T20 मैच Vlog है तो कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है जिसमें दोनों टीमों के रन लास्ट में बराबर हो जाते हैं यानी की मैच ड्रॉ हो जाता है. ऐसी स्थिति में दोनों टीमों को एक-एक ओवर दिया जाता है जिसमें कि टीम अपनी जीत का फैसला करता है.इसी ओवर को Super Over के नाम से कहा जाता है. इस एक-एक ओवर में जो टीम जितना रन बनाएगी उससे अधिक रन बनाकर अपनी जीत सुनिश्चित करता है.
जो टीम सुपर ओवर में अधिक रन बना लेती है वही टीम विजेता बनती है. इसके साथ-साथ कभी ऐसी स्थिति भी हो जाती है सुपर ओवर में भी दोनों टीम बराबर रन बना लेती हो या फिर Super Over भी टाई हो गया हो तो ऐसी स्थिति में जो भी टीम सबसे अधिक चौके लगाती है इस टीम को विजेता घोषित किया जाता है. यानी कि वही टीम विजेता मानी जाती है जो की सबसे ज्यादा चौके लगाए हो. अब हम लोग जानेंगे कि सुपर ओवर कब होता है तो चलिए जानते हैं?
Super Over कब होता है
Super Over उसी स्थिति में होता है जब कभी भी दोनों टीमों का बराबर स्कोर हो जाता है यानी की मैच ड्रॉ हो जाता है तब ऐसी स्थिति में BCCI किसी भी टीम को विजेता घोषित करना गलत होता हैं तब ऐसी स्थिति में सुपर ओवर कराया जाता है. तब फिर उस Super Over में भी जो टीम सबसे अधिक रन बनाती है उसे टीम को उसे मैच का विजेता बना दिया जाता है. यह तो हमने जान लिया कि सुपर ओवर कब होता है लेकिन अब हम लोग जानेंगे Super Over से जुड़े कुछ नियम?
Super Over से जुड़े कुछ नियम
सुपर ओवर तभी कराया जाता है जब दोनों टीमों के रन बराबर हो यानी की तब जब मैच ड्रॉ हो जाए.सुपर ओवर की मदद से ही विजेता को पता चला कि कौन सी टीम विजेता बनती है. सुपर ओवर के दौरान केवल तीन ही बैट्समैन बैटिंग कर सकते हैं और उन बैट्समैन का नाम पहले घोषित करना होता है. अगर सुपर ओवर में भी दोनों टीमों में भी मैच Tie हो जाता है तो उसे टीम को विजेता घोषित किया जाता है जिस टीम ने Super Over में अधिक चौके या छक्के लगाए हो.
सुपर ओवर के दौरान कोई भी एक खिलाड़ी बोलिंग अथवा बैटिंग दोनों कार्य नहीं कर सकता हैं यानी कि एक खिलाड़ी केवल एक ही कार्य कर सकता है. जो रन सुपर ओवर में बनाए जाते हैं उनकों गिना नहीं जाता है यानी कि बैट्समैन के रनों में उनको रिकॉर्ड नहीं किया जाता है. अब हम लोग जानेंगे सुपर ओवर की शुरुआत कब से हुई थी तो चलिए जानते हैं?
Super Over की शुरुआत कब हुई थी
सुपर ओवर की शुरुआत सन 2008 से T20 क्रिकेट में हुई थी उसके बाद सन 2011 से वनडे मैच में भी लागू कर दिया गया. Super Over से पहले विजेता टीम के निर्णय के लिए बॉल आउट का इस्तेमाल किया जाता था. बॉल आउट के इस नियम में दोनों टीमों के पांच गेंदबाज बोलिंग करते थे और स्टंप गिरने की कोशिश करते थे जो टीम ज्यादा स्टंप गिराती थी उसे विजेता घोषित किया जाता था.यानी कि दोनों टीमों के खिलाड़ी बराबर स्टंप गिरा ले तो यह खेल तब तक चलता था जब तक फैसला ना हो जाए. तो दोस्तों सुपर और के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी,अगर अच्छी लगी हो तो दोस्तों को भी शेयर करें.
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