नमस्कार मित्रों आज हम भी जाने में कलयुग से जुड़ी कुछ भविष्यवाणियां। पुराणों के अनुसार कलियुग एक बहुत ही श्रापित युग माना गया है चारों युग मिलाकर जितने पाप नहीं होते हैं उतने पाप सिर्फ एक युग में होते हैं और उस युग का नाम है कलयुग। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस युग को शुरू होने से पहले ही हमारे धर्म ग्रंथों में कलयुग के बारे में भविष्यवाणियां की गई है जो आज सच साबित हो रही है।कलयुग के अंत से जुड़ी भविष्यवाणियां – पौराणिक कथाएं?
हमारे धर्म शास्त्रों में कलयुग के अंत को लेकर कई तरह की भविष्यवाणियां की गई है यहां तक कि इंसान की औसत आयु से लेकर उनके विचार एवं व्यवहार और उसके धर्म परायणता को लेकर कई तरह की बातें हमारे धर्म शास्त्रों में बताई गई है। तो चलिए आज हम लोग जाएंगे कलयुग के अंत के बारे में कुछ भविष्यवाणियां जितने जानकर आप के रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
कलयुग के अंत से जुड़ी भविष्यवाणियां – पौराणिक कथाएं?
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार चार युग होते हैं और चारों युगों की आयु निर्धारित होती है और उन्हीं युगों में से एक है कलयुग। वर्तमान में जो अभी युग चल रहा है वह कलयुग है और इस युग की आयु 432000 साल है। और अभी कलयुग शोधकर्ता और विशेषज्ञों के अनुसार 5000 साल ही बीता हुआ है इसलिए अभी कलयुग का प्रथम चरण चल रहा है। कलयुग का अंत आने में अभी लाखों साल बाकी है। कलयुग के अंत के बारे में पहले ही धार्मिक ग्रंथों में भविष्यवाणियां की गई है तो चलिए हमलोग जानते वह कौन सी बातें बताई गई है कलयुग के अंत के बारे में जिन्हें हम सभी को जाना चाहिए।
भगवत पुराण के अनुसार कलयुग
हिंदू धर्म के 18 पुराणों में से एक श्रीमद् भागवत पुराण में कलयुग के बारे में लिखा है कि कलयुग में न्याय सिर्फ ताकत यानि की शक्ति के आधार पर लागू होगा। जिस व्यक्ति के पास जितना पावर होगा उसी का राज होगा। धर्म और न्याय की बातें अन्य युगों की तरह प्रासंगिक नहीं होगी। जो मनुष्य गरीब होगा जो मनुष्य रिश्वत देने में असमर्थ होगा उसके लोग कोई नहीं सुनेगा और उन्हें उचित न्याय नहीं मिल सकेगा। जिस व्यक्ति के पास जितना धन होगा वह उतना ही गुणवान एवं ज्ञानी माना जाएगा। चालाक और स्वार्थी लोग इस युग में विद्वान माने जाएंगे और इस युग में पुरुष एवं स्त्री बिना विवाह के एक साथ रहेंगे।
जैसे जैसे कलयुग अपने चरम सीमा पर बढ़ते जाएंगे वैसे-वैसे इंसान अपने धर्म पथ से भटकते चले जाएंगे। और इंसानों के अपने धर्म पथ से भटकने के कारण उनकी आयु भी छीन होती चली जाएगी। कलयुग के अंत आते-आते के कारण इंसानों की आयु लगभग 10 से 20 वर्ष तक ही जाएंगे। बहुत कम उम्र में ही विवाह होंगे और 10 से 20 साल की आयु होते होते वह वृद्ध हो कर मृत्यु को प्राप्त हो जाएंगे।
कलयुग के अंतिम चरण
कलयुग का अंतिम चरण आते ही पाप का बहुत अधिक प्रभाव बड़ जाएगा। ऐसे में लोग एक दूसरे के सम्मान नहीं करेंगे बड़े छोटे के बीच कोई आदर नहीं होगा। चारों तरफ भ्रष्टाचार, लूट, चोरी, मारपीट, हिंसा, हत्या, रेप, अकाल जैसी हालत हो जाएगी। लोग दूसरों की खुशी में अपना सुख ढूंढेंगे। कलयुग के अंत में अकाल बहुत होगा जिसके कारण समय पर वर्षा नहीं होगी जिसके कारण फसल भी नहीं हो पाएगी ऐसे में लोग भूखे रह रह के जीवन गुजारना पड़ने लगेगा और लोग लूटपाट एवं हिंसा के सहारा अपने गुजारा करने लग जायेंगे।
इस युग के अंत में भारी आकाल होने के कारण उपजाऊ जमीन का गुण लगभग 4 फीट अंदर चले जाएंगे जिसके कारण फसलें उपज नहीं पाएंगे। इस युग के अंत आते-आते कई पड़ोसी मुल्क भी एक दूसरे से युद्ध करने लग जाएंगे जहां चारों तरफ हिंसा एवं कोई सुरक्षित नहीं रहने वाला है। आगे पढ़े कलयुग के बारे में 👉कलयुग का अंत कब और कैसे होगा जानिए पुराणों के अनुसार?