गुरुवार के दिन साबुन या तेल क्यों नहीं लगाते हैं – पौराणिक कथा?

नमस्कार मित्रों आपने कभी न कभी यह तो सुना ही होगा कि हमारे घर के बड़े बुजुर्ग गुरुवार के दिन कई तरह के काम करने से हमें रोकते हैं। वह कहते हैं कि आज गुरुवार है यह मत करो वह मत करो। और शायद यह भी हो सकता है कि आप भी गुरुवार के दिन घर में कपड़े नहीं धोते हो और ना ही अपने बाल,  नाखून इत्यादि कटवाते हो लेकिन दोस्तों क्या आपने कभी यह सोचा है कि ऐसा करने के पीछे के कारण क्या है अगर नहीं तो आज हम लोग इसी से जुड़े कुछ धार्मिक मान्यता के बारे में जानेंगे तो चलिए जानते है इसके पीछे के पौराणिक मान्यताएं क्या है।गुरुवार के दिन साबुन या तेल क्यों नहीं लगाते हैं – पौराणिक कथा?

गुरुवार के दिन साबुन या तेल क्यों नहीं लगाते हैं – पौराणिक कथा?

मित्र ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सप्ताह के हर दिन को ग्रहों के हिसाब से तय किया गया है। उदाहरण के तौर पर सोमवार के दिन चंद्रमा को, मंगलवार के दिन मंगलग्रह को, बुधवार का दिन बुध ग्रह को, शुक्रवार के दिन शुक्रवार को, ठीक इसी तरह गुरुवार का दिन भी गुरु ग्रह को समर्पित है।गुरुवार को बृहस्पतिवार के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा इसे सनातन धर्म में भगवान विष्णु का दिन भी माना जाता है। दरअसल मान्यताओं के अनुसार बृहस्पति ग्रह अन्य दूसरे ग्रहों से भारी होता है इसीलिए इस दिन भूल कर भी ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए ऐसे गुरु की दशा हम पर भारी पड़े और हमें कष्ट उठाना पड़े।

इसके अलावा हमारे धर्म शास्त्रों के अनुसार महिलाओं की जन्म कुंडली में बृहस्पति पति एवं संतान का कारक होता है अर्थात गुरु ही वह ग्रह है जो संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है इसलिए खासकर महिलाओं को भी गुरुवार के दिन कई काम करने से वर्जित किया जाता है। और इन्हीं कुछ वर्जित कामों में से एक है शरीर पर साबुन एवं तेल लगाना।

 गुरुवार (बृहस्पतिवार) दिन के महत्व 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरुवार के दिन शरीर पर साबुन, तेल लगाने एवं कपड़े धोने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर गुरु ग्रह भारी हो जाता है जिससे व्यक्ति का भाग्य उसका साथ देने से छोड़ सकता है और परिणाम स्वरूप धीरे-धीरे घर की सुख शांति चली जाती है। गुरुवार के दिन गुरु का दिन माना जाता है कहा जाता है कि गुरु ही ब्रह्मा, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही महेश्वर है इसलिए इस दिन आप इन वर्जित कामों को करते हैं तो गुरु का अपमान करने के बराबर माना जाता है जिसके परिणाम स्वरुप घर की सुख-समृद्धि भी साथ छोड़ने लगती है इसलिए आप गुरुवार के दिन ऐसा कोई भी वर्जित काम करते हैं तो इन बातों को याद रखें।

 गुरुवार ( बृहस्पतिवार ) के दिन वर्जित कार्य 

मान्यता है कि गुरुवार के दिन महिलाओं को बाल धोने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से गुरु ग्रह कमजोर होता है जिसके कारण महिलाओं का भाग्य उनसे रूठ जाता है। और गुरुवार के दिन पुरुषों को भी बाल दाढ़ी बनाने एवं नाख़ून काटने से बचना चाहिए ऐसा करने से भी गुरु ग्रह कमजोर होता है जिससे उनकी कुंडली में दोष पैदा हो सकते हैं। मित्रों ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरुवार के दिन नाखून काटने को भी एक अपशकुन माना जाता है कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस तरह हर व्यक्ति अपने गुरु से कुछ ना कुछ नया सीखता है और वह आगे चल कर गुरु ही होता है जो समाज को नई दिशा देते हैं, ठीक वैसे ही गुरु ग्रह मनुष्य के गुरु की तरह है जिनके प्रसन्न होने से ना सिर्फ विद्या मिलती है बल्कि घर की सुख समृद्धि भी बनी रहती है इसलिए मित्रों जितना हो सके गुरुवार के दिन गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए इनके कुछ नियम पालन करना चाहिए ताकि हमारे घर में भी सुख समृद्धि एवं शांति बनी रहे।

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