मित्रों वर्तमान समय में वैवाहिक रिश्तो के टूटने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिसमें ज्यादातर ऐसा देखने को मिलता है कि एक पत्नी अपने पति से खुश नहीं है,तो क्या ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। वो कौन से गुण है जिनको पति अपने जीवन में उतार ले तो उसकी पत्नी सदैव उससे खुश रहेगी और कभी संबंध विच्छेद नहीं करेगी। आचार्य चाणक्य ने इस जटिल विषय पर अपने विचार रखे हैं और बताया है कि एक पति कैसे अपनी पत्नी को हमेशा खुश रख सकता है तो चलिए जानते हैं आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में इस बारे में क्या कहा गया है? पत्नी को खुश रखने का सबसे आसान तरीका – चाणक्य नीति ?
पत्नी को खुश रखने का सबसे आसान तरीका – चाणक्य नीति ?
विश्वास करना
मित्रों एक दूसरे पर विश्वास होना किसी भी रिश्ते की नीव होती हैं अगर आप चाहते हैं कि आपकी पत्नी आपसे अपार प्रेम करें तो आपको सिर्फ उससे ही प्यार करना चाहिए। आजकल देखने में आता है कि वैवाहिक पुरुष पराई स्त्रियों से संबंध रखते हैं जो की रिश्तो को खत्म कर देता है। इस तरह के पुरुषों से महिला कभी खुश नहीं होती और बहुत जल्द ही छोड़ कर चली जाती है।
अगर पति अपने पत्नी से अच्छे चरित्र की अपेक्षा करता है तो उसे भी चरित्रवान होना चाहिए तभी रिश्ता मजबूत बनता है।आजकल तो आपने देखा ही होगा कि जब कोई अपने जीवनसाथी को धोखा देने की कोशिश करता है तो वह अपनी जान भी गवा देता है।
आर्थिक स्थिति में समझदार होना
मित्रो हर स्त्री एक पुरुष में ये गुण जरूर देखती है कि वो पैसे को खर्च केसे और कहां करता है। फालतू खर्चे करने वालों से समझदार स्त्री दूर हो जाती है क्योंकि ऐसा करने वाले पुरुष गृहस्ति नहीं चला पाता और धन के अभाव घर में कलह को जन्म देता है। कई बार हुई कलह एक दिन संबंध तोड़ देती है इसिलिए मित्रों आप चाहते हैं कि आपकी पत्नी आपका सम्मान करें और आप से प्रेम करें तो आपको पैसों का सुदपयोग करना आना चाहिए। अर्थ जीवन के लिए एक बहुत बड़ी ताकत के रूप में कार्य करता है।
शारीरिक सुख
मित्रो प्रत्येक विवाहित रिश्ते में शारीरिक सुख एक मजबूत आधार होता है। जो पति अपने पत्नी को समागम के दौरान पूर्ण रूप से तृप्त कर देते हैं उनको स्त्रियां कभी छोड़कर नहीं जाती अगर स्त्री को पूर्ण रूप से संतुष्टि नहीं हुई तो वह पराए पुरुष के संपर्क में भी आ सकती है। क्योंकि हर पत्नी की ये कामना होती है कि उसे ऐसा पति मिले जो उसे हर तरह से सुख प्रदान करें और शारीरिक सुख भी एक महत्वपूर्ण पहलू होता है। आज के इस वर्तमान समय में यह देखने को मिलता है कि एक दूसरे के बीच संबंध टूटने का एक बड़ा कारण शारीरिक संतुष्टि ना मिलना है।
साहसी होना
मित्रों दुनिया की हर स्त्री चाहती है कि उसका पति उसे सुरक्षा प्रदान करें। डरपोक किस्म के इंसान को महिला कभी पसंद नहीं करती। स्त्री चाहती है कि जहां बहादुरी दिखाने का समय आए वहां मेरा पति उस वक्त का सामना पूरे साहस के साथ करें, अगर स्त्री को यह पता चल गया कि यह पुरुष मेरी रक्षा नहीं कर सकता तो एक दूसरे के बीच तनाव उत्पन्न हो सकते हैं और उसे छोड़ कर भी चली जा सकती है।
स्त्री सदैव मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत इंसान को ही भी प्रेम करती है। व्यवहार से मधुर– संस्कार ,मधुर वाणी ,सज्जनता जैसे गुणों की अपेक्षा अक्सर महिलाओं से की जाती है लेकिन यही गुण पुरुषों में हो तो ये उनकी सच्चाई का परिचय देता है। ऐसे पुरुष अपनी मधुर वाणी से लोगों का दिल जीत लेते हैं ये गुण महिलाओं को बहुत प्रभावित करता है। पुरुषों का दूसरो के प्रति बर्ताव उनके अच्छे और बुरे संस्कार को दर्शाता है। व्यवहार में कुशल पुरुष को स्त्री हमेशा अपने साथ रखना चाहती है।
सुनने वाला
हर महिला चाहती है कि उसका जीवन साथी उसकी हर बात को गंभीरता से लें। अच्छे श्रोता की तरह उसकी बात सुने, इन बातों को ग्रहण कर उस पर विचार करें। बोलने की क्षमता है तो सुनने का भी साहस होना चाहिए, ये एक अच्छे पुरुष की पहचान है। एक श्रेष्ठ पुरुष अपनी गलतियों पर माफी मांगने से कभी पीछे नहीं हटता। साथ ही जो महिलाओं की बातों को भी तवज्जो देंते है उनकी कहे को अनसुना नहीं करते ऐसे पुरुष महिलाओं को पसंद होते हैं।
अपने कर्तव्य का पालन करना
पुरुष को भी हमेशा अपने परिवार स्त्री और कर्तव्यों को लेकर सतर्क होना चाहिए। परिवार व खुद की सुरक्षा के लिए शत्रुओं से सदा सतर्क रहना चाहिए। घर की जिम्मेदारियों का निर्वाहन अच्छे से करना चाहिए। त्योहारों के समय अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने वाला होना, ऐसे गुण वाले पुरुषों से उनकी पत्नी हमेशा खुश रहती है। आचार्य चाणक्य के अनुसार पुरुष के यही वो गुण है जो उन्हें सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं।
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