तुलसी Tulsi
तुलसी भारत के अधिकांश घरों मे पाए जाने वाला एक पौधा है आर्युवेद के अनुसार तुलसी बहुत ही औशधीय और गुणकारी पौधा है। [ तुलसी के पत्ते के फायदे एवं औशधीय गुण Benefit of Tulsi Plants.)भारत मे हिन्दूधर्म के अनुसार तुलसी के पौधा की पूजा की जाती है ऐसा मान्यता है की तुलसी के पौधा मे जल देने या पूजा करने से घर मे सुख शांति बनी रहती है और सदा घर मे माता लक्ष्मी का वास रहती है। तुलसी का पौधा जितना ही पूजनीय है इसके पत्ते उतने ही औशधीय गुण है। तुलसी के पत्ते सेहत और स्वास्थ्य के लिये बहुत ही गुणकारी और फायदेमंद है इसके पत्ते के औशधीय रूप से सेवन करने से कई तरह के गंभीर बीमारियों एवं इन्फेक्शन मे राहत मिलती है।
तुलसी के पौधा का औशधीय ज्ञान हजारों वर्ष पूर्व हमारे देश के ऋषि मुनियो को हो गया है तब से इस पौधा के पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह के रोगों का इलाज मे प्रयोग किया जाता है। तुलसी के पौधों के औशधीय गुण के बारे मे ओर भी कई प्राचीन ग्रंथो मे विस्तार से वर्णन मिलता है जिनमे से कुछ ग्रन्थ के नाम है – चरक संहिता और सुश्रुत संहिता।
[wpdiscuz-feedback id=”lgh2vjd46e” question=”तुलसी के प्रकार ” opened=”1″]विश्व मे तुलसी के पौधा की कई प्रजाति पायी जाती है जिनमे से पांच मुख्य प्रजाति है 1. राम तुलसी, 2. श्याम तुलसी, 3.श्वेत या विष्णु तुलसी, 4. वन तुलसी, 5. निम्बू तुलसी। इन सभी मुख्य तुलसी की प्रजातियो मे शास्त्रों के अनुसार हमारे देश मे सिर्फ राम तुलसी और श्याम तुलसी को की पूजन करने एवं जल अर्पण करने की ही विधि है।[/wpdiscuz-feedback] इन सभी प्रकार के तुलसी के पौधे के अपने अलग अलग औशधीय गुण है अब हम जानेंगे तुलसी के औशधीय गुणों एवं फायदे के बारे मे –
तुलसी के फायदे Benefit of Tulsi
सर्दी और खांसी –
- अगर कोई व्यक्ति सर्दी या खासी से पीड़ित है तो उसके लिये तुलसी का पत्ता रामबाण इलाज है। किसी भी तरह के सर्दी खासी या इन्फेक्शन के वजह से जुकाम होने पर तुलसी का पत्ता मे काली मिर्च और मिश्री मिलाकर उसका उसका काढ़ा बना कर के सेवन करने पर उसे राहत मिलती है।
इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रांग
- तुलसी के पत्ते के प्रतिदिन सेवन करने से हमारे शरीर का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत रहता है और शरीर का रोग-प्रतिरोधक क्षमता बड़ता है इसके सेवन से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और जल्दी बीमार नहीं होते है।
बदबू या दुर्गन्ध आना
- मुँह से अगर बदबू या दुर्गन्ध आता है तो उसे दूर करने के लिये तुलसी का पत्ता बहुत ही फायदेमंद होता है। अगर किसी व्यक्ति को मुँह से बदबू आती है तो प्रतिदिन सुबह तुलसी के पत्ते चबाने से मुँह की बदबू चली जाती है और धीरे-धीरे मुँह से बदबू आना भी बंद हो जाता है।
दस्त के लिये फायदेमंद
- तुलसी के पत्ते दस्त मे भी बहुत काम आते है अगर किसी को दस्त की समस्या हो गई हो तो तुलसी के पत्ते और जीरा मिलाकर पीसकर खाने से दस्त की समस्या मे बहुत जल्दी राहत मिलती है।
बुखार या जुकाम
- बरसात के दिनों मे बच्चों को इन्फेक्शन से होने वाली सर्दी-जुकाम, बुखार, खासी, सर्द दर्द जैसी समस्या होने लगती है इन सब से छुटकारा पाने के लिये ऐसे समय मे तुलसी के पत्ते मे काली मिर्च, और अदरक मिलाकर इसका काढ़ा बना कर सेवन करने से बहुत राहत मिलता है।
त्वचा सम्बंधित समस्या
- तुलसी के पत्ते मे एंटीबैक्ट्रियल गुण पाए जाते है अगर आप तुलसी के 4 से 5 पत्ते प्रतिदिन सेवन करते है तो स्किन सम्बंधित समस्या होने का खतरा कम रहता है जिससे हमारा त्वचा सुन्दरता और रौनक आती है।
- तुलसी के पत्ते मे एंटी बैक्ट्रियल गुण और कोलेस्ट्राल लेवल कम पाया जाता है इसके सेवन से शारीरिक कमजोरी और हृदय रोगों से रक्षा करने मे मदत करता है।
तुलसी का सेवन कब और कैसे करें
अगर आप तुलसी का सेवन करना चाहते है तो सुबह के समय खाली पेट इसका सेवन अच्छा और फायदेमंद रहता है। तुलसी के पत्ते का सेवन कोई भी स्वस्थ या बीमार व्यक्ति भी कर सकता है इसके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है। तुलसी का सेवन आप निगल कर या इसका काढ़ा बना कर कर सकते है।
तुलसी का सेवन दांतो से चबा कर ना करें नहीं तो आपके दांतो के लिये नुकसान दायक भी हो सकता है तुलसी मे एक पारा नामक तत्व पाया जाता है जो दांतो के लिये अच्छा नहीं होता है अगर आप अपने दांत से चबाकर तुलसी का सेवन करते है तो आपके दांत को असमय मे कमजोर कर सकता है इसलिए आप जब भी तुलसी के पत्ते का सेवन करें ये बात याद रखे।
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