Milk दूध
दूध हमारे देश में पाए जाने वाले एक महत्पूर्ण पौष्टिक आहार में से एक माना जाता है, दूध लगभग भारत के सभी घरों में आसानी से मिल जाता है। इसमें हर वो पोषक तत्व मौजूद होता है जो एक शरीर के विकास होने के लिए आवश्यक हो। दूध में कई प्रकार के मिनरल्स, विटामिन, एमिनो एसिड, कैल्शियम, फॉस्फोरस मैग्नीशियम खनिज लवण और भी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो एक शरीर के विकास के होने के लिए जरूरी है।
वैज्ञानिकों के द्वारा दूध को एक Complete Food की उपाधि दी गई है यानी कि दूध में लगभग वह हर तत्व पाए जाते हैं जिसकी जरूरत हमारे शरीर को होती है जब किसी बच्चे का जन्म होता है तो वह 6 महीने तक सिर्फ अपनी माता का दूध पीता है और किसी अन्य चीज का सेवन नहीं करता फिर भी वह बच्चा स्वस्थ रहता है और उसके शरीर एवं दिमाग की ग्रोथ भी अच्छे से होती है जिससे पता चलता है कि दूध एक बहुत ही बेहतरीन चीज है जिसका सेवन मानव को अवश्य करना चाहिए आयुर्वेद में भी दूध के कई फायदों के बारे में बताया गया है तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे जरूरी फायदों के बारे में जिन्हें आप शायद ही जानते होंगे।
दूध पीने से क्या क्या फायदे होते हैं
माइग्रेन में लाभकारी
अगर आपको सिर में काफी तेज दर्द हो रहा है तो हल्दी का दूध पीना वास्तव में फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, हल्दी का दूध खून को पतला करके रक्तसंचार को बेहतर बनाता है जिससे सिरदर्द की समस्या से निजात मिलती है।
चोट लगने पर
अगर कभी किसी कारणवश चोट लग जाए तो गर्म दूध में हल्दी डालकर सेवन करना चाहिए। दरअसल, हल्दी में पाए जाने वाले औषधीय तत्व चोट को जल्द ठीक करने मे मदद करते हैं। साथ ही हल्दी के एंटी−बैक्टीरियल तत्व संक्रमण से भी बचाता है। जिससे चोट लगने पर इंफेक्शन की संभावना कम हो जाती है।
कैंसर से बचाव
हल्दी में ऐसे कुछ गुण एवं तत्व पाए जाते हैं, जो कि शरीर मे कैंसर उत्पन्न करने वाले सेल्स को समाप्त कर देता है। जिसके कारण कैंसर से लड़ने में मदद मिलती है। इसलिए अगर आप इसका सेवन करते हैं तो कैंसर से खुद का बचाव कर सकते हैं।
बीमारियां से रहे दूर
कुछ लोगों को मौसम बदलते ही कई तरह की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं को झेलना पड़ता है। लेकिन अगर हल्दी के दूध का सेवन किया जाए तो इससे व्यक्ति की रोग−प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने लगती है। खासतौर से, बदलते मौसम में होने वाले जुखाम, खांसी व अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव में हल्दी का दूध एक रक्षा कवच की तरह काम करता है।
अनिद्रा से राहत
आज के समय में जिस तरह से लोग तनावग्रस्त हैं, उसका विपरीत असर नींद पर दिखाई देता है। लेकिन अगर रात को सोने से पहले हल्दी के दूध का सेवन किया जाए तो इससे मस्तिष्क में सेरोटोनिन का उत्पादन अधिक होता है और व्यक्ति को काफी अच्छी नींद आती है।
लीवर के लिए लाभदायक
आपको शायद मालूम न हो लेकिन हल्दी का दूध लीवर के लिए काफी उपयोगी है। अगर इसे डाइट का हिस्सा बनाया जाए तो फैटी लीवर या लीवर सिरोसिस जैसी बीमारियों से स्वयं को सुरक्षित किया जा सकता है। ऐसा हल्दी के डीटोक्सीफयिंग गुण के कारण होता है, जो हानिकारक रसायनों से लिवर को प्रभावित नहीं होने देता।
पाचन तंत्र बनता है बेहतर
हल्दी का दूध पाचन तंत्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अगर इसका सेवन किया जाता है तो पाचन तंत्र संबंधी कई परेशानियों जैसे पेट में गैस, पाचन में गड़बड़, अपच, भूख न लगना, पेट में सूजन आदि से आसानी से निपटा जा सकता है।
रात मे दूध पीने के फायदे
दूध पीने के वैसे तो कई फायदे होते हैं। कहा जाता है कि बचपन से ही हर किसी को दूध पीना चाहिए क्योंकि इससे शरीर में मजबूती आती है और हम स्वस्थ रहते हैं।वहीं अक्सर ये बहस भी छिड़ती है कि दूध पीने का सही समय क्या है? क्या दूध दिन मे पीना चाहिए या फिर रात में? लेकिन विशेषज्ञों की मानें को दूध हमेशा रात में ही पीना चाहिए। रात में दूछ पीने के कई फायदे होते हैं।आज हम जानंगे कि आखिर रात में दूध पीने के फायदे क्या- क्या होते हैं।
दिमाग होता है शांत, अच्छी नींद आती है:
रात को दूध पीने से दिमाग शांत रहता है और हम सुकून से सो पाते हैं। दूध में ट्रिप्टोफेन अमीनो एसिड होता है और ये हमारे दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होता है। रात को दूध पीना दिमाग के लिए अच्छा माना गया है और इससे हमें नींद भी अच्छी आती है।
डिनर को करता है आसानी से डाइजेस्ट:
ये भी माना जाता है कि रात को दूध पीने से डिनर आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है। दूध रात के खाने को पचाने में बेहद मददगार साबित होता है और अगर हम रात में स्पाइसी खाना भी खा लें तो भी दूध की मदद से वो आसानी से पच जाता है।
फर्टीलिटी बढ़ाने में है सहायक:
रात को दूध पीने से पुरुषों में फर्टीलिटी बढ़ती है। दूध में फैट और प्रोटीन्स होते हैं और ये टेस्टोस्टेरॉन नामक हॉर्मोन को एक्टिव करते हैं। जिससे पुरुषों में फर्टीलिटी बढ़ती है। अगर आप रोज रात को दूध पिएंगे तो आपकी फर्टिलिटी में इजाफा होगा।